मुंबई: एंटीलिया कांड और मनसुख हिरेन हत्या मामले की जांच कर रही एनआईए ने आज पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया है। बताया जाता है कि प्रदीप शर्मा और सचिन वाजे दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे। हालांकि एनआईए को अब तक प्रदीप शर्मा को लेकर कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं।
जांच के दौरान कई सारे सवाल सामने आ रहे है, जिसमें प्रदीप शर्मा का नाम लिया जा रहा था। एनआईए भी उन्हीं सवालों के जवाब जानने के लिए शर्मा से करेगी पूछताछ।
आखिर पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को बुलाया क्यों गया?
एनआईए के सूत्रों ने बताया कि ऐसे कई कारण है, जिनके लिए शर्मा को बुलाया गया है:
कारण नंबर 1
जिस सिमकार्ड का इस्तेमाल कर मनसुख हिरेन को 4 मार्च को फोन कर तावड़े का नाम लेकर घर से बाहर बुलाया गया था, बताया जाता है कि वो कार्ड जब बंद हुआ तो उसका आखिरी लोकेशन अंधेरी का जेबी नगर इलाका (शर्मा यहीं रहते है) था।
दूसरा कारण
2 मार्च के दिन जब विनायक शिंदे और सचिन वाजे ने एक ऑडी गाड़ी में बैठकर मुंबई के वेस्टर्न सबर्ब्स इलाके में जाकर एक मीटिंग की थी। जब यह बात सामने आई थी, तब भी दोनों जन अंधेरी गए थे और शायद उनकी मीटिंग शर्मा के साथ हुई थी।
तीसरा कारण
3 मार्च के दिन बताया जाता है कि वाजे मुंबई के पूर्व कमिश्नर परम बीर से मिला था और उसके बाद वो वापस से अंधेरी गया, जहां उसकी प्रदीप शर्मा के साथ मीटिंग हुई थी।
चौथा कारण
जैश उल हिन्द का जो पोस्ट टेलीग्राम से वायरल हुआ था, उस पोस्ट के पीछे भी प्रदीप शर्मा का ही हाथ था, ऐसा बताया जाता है।
हालांकि की इन चारों ही आरोपों में एनआईए के हाथ प्रदीप शर्मा को लेकर कोई ठोस सबूत नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसी कई अन्य थ्योरी हैं, जिसमे शर्मा पर उंगली उठाई जा रही थी।
एनआईए के सूत्रों ने यह भी बताया कि वाजे की गिरफ्तारी के बाद प्रदीप शर्मा एटीएस हेडक्वाटर भी गए थे, जहां पर एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ उनकी मीटिंग हुई थी। प्रदीप शर्मा उस समय कमिश्नर परमबीर से भी मुलाकात कर चुके हैं।
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि जितने भी आरोप सामने आ रहे हैं, हम उनकी जांच कर रहे हैं और प्रदीप शर्मा को इसी सिलसिले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।